15 दिन पहले ही ड्यूटी पे लौटे, नई जगह होने वाली थी पोस्टिंग
छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा की माटी का एक और लाल देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गया। जिले के सपूत ने गोली लगने के बाद भी हमलावर आतंकवादियों पर पलटवार कर गोलियां दागी और एक आतंकवादी को मार गिराया। जिले के ऐसे सपूत पर पूरे जिले के साथ ही देश को गर्व है। जम्मू कश्मीर के कठुआ क्षेत्र में शहीद अपने साथी हवलदार के साथ पेट्रोलिंग कर रहे थे। इस दौरान आतंकी हमला हुआ जिसमें आतंकवादियों ने छुपकर जवानों पर गोलियां दागना शुरू कर दिया। दोनों जवानों ने गोली लगने के बाद भी आतंकवादियों पर जवाबी गोलीबारी की। जिसमें एक आतंकवादी ढेर हो गया। दूसरा भागने में सफल हो गया। लेकिन देर रात कबीरदास के सीने में गोली लगने के कारण इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। वही उनके साथी सीआरपीएफ के हवलदार का उपचार चल रहा है। 35 साल के कबीरदास बिछुआ विकासखंड के पेंच नेशनल पार्क से लगे ग्राम पुलपुलढोह के रहने वाले थे। उनका पूरा परिवार पुलपुलढोह में निवास करता है।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़…
पिता की हो चुकी है मृत्यु, छिंदवाड़ा में रहती है पत्नी
शहीद कबीर दास के पिता की पहले ही मृत्यु हो चुकी है। उनकी माता एक छोटा भाई आमिर उईके अपनी पत्नी के साथ गांव में ही खेती बाड़ी कर जीवन यापन करते हैं। शहीद कबीरदास की दो बहने कविता और सविता भी है। जिनका विवाह पहले ही हो चुका है। कबीर दास का विवाह लगभग चार साल पहले कोरोना काल के दौरान 2021 में हुआ था। अब तक दंपत्ति निसंतान ही थे। कबीर दास का ससुराल एस ए एफ कॉलोनी छिंदवाड़ा में है। उनके ससुर एस ए एफ बटालियन में पदस्थ है जिनकी तैनाती वर्तमान में हाई कोर्ट जबलपुर में है। उनकी पत्नी छिंदवाड़ा के गुलाबरा स्थित सोनी मोहल्ले में किराए से रहती है।
गांव में बनाया मकान, नई जगह होने वाली थी पोस्टिंग
शहीद कबीरदास अपनी पत्नी के साथ-साथ अपने पूरे परिवार का भी ख्याल रखते थे। उन्होंने अपने ग्रह ग्राम पुलपुलढोह और ग्राम खमरपानी के बीच स्थित ग्राम मर्जातपुर में परिवार के लिए पक्का मकान बनाया था। अभी परिवार इस मकान में शिफ्ट भी नहीं हुआ है। कबीरदास 15 दिन पहले तक छिंदवाड़ा में ही थे। वह छुट्टियों में आए हुए थे और 15 दिन पहले छुट्टियां खत्म होने के बाद वह अपनी तैनाती पर जम्मू कश्मीर के कठुआ क्षेत्र में पहुंच गए। परिवार के अनुसार उनकी तैनाती को यहां काफी समय हो गया था और अब उनकी तैनाती नई जगह होने वाली थी। लेकिन उसके पहले ही आतंकी हमले में कबीरदास शहीद हो गए।
राष्ट्रीय सम्मान के साथ ग्रह ग्राम में होगा अंतिम संस्कार
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार सीआरपीएफ में 11 मार्च 2011 से पदस्थ रहे शहीद कबीरदास का पार्थिव शरीर गुरुवार की सुबह लगभग 10:00 बजे उनके गृह ग्राम पुलपुलढोह पहुंचेगा। पार्थिव शरीर सुबह 6:45 बजे दिल्ली से विशेष विमान के द्वारा नागपुर लाया जाएगा। उसके बाद सड़क मार्ग से खापा, सवरनी, सोनपुर, धनेगाव होते हुए पार्थिव शरीर पुलपुलढोह लाया जाएगा। यहां पूरे राष्ट्रीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
सांसद परिवार से मिले, कमलनाथ – नकुलनाथ ने दुख जताया
जिले के नवनिर्वाचित सांसद विवेक बंटी साहू इस खबर के मिलने के बाद उनके परिवार से मिलने के लिए एस ए एफ कॉलोनी पहुंचे और परिवार को शांतवाना दी। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और जिले के पूर्व सांसद नकुलनाथ ने ट्वीट और मेल के जरिए इस दुखद घटना पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में परिवार को सांत्वना देते हुए शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की है।
गर्वित श्रद्धांजलि…अविनाश सिंह
9406725725