Home Blog जिला भाजपा संगठन की कमान शेषराव यादव को

जिला भाजपा संगठन की कमान शेषराव यादव को

संगठन में कसावट की तायरियां शुरू

जिले में भाजपा को जोड़ना सबसे बड़ी चुनौती

छिंदवाड़ा। लोकसभा चुनाव में कार्यकारी जिला अध्यक्ष बनाए गए भाजपा के वरिष्ठ नेता शेषराव यादव को मुख्यमंत्री की मौजूदगी में प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने जिला भाजपा अध्यक्ष घोषित कर दिया है। आप यह तय हो गया है कि शेषनाव यादव ही जिले में संगठन की बागडोर संभालेंगे। लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद विवेक बंटी साहू सांसद बन गए। लगभग 5 साल तक जिला भाजपा संगठन की बागडोर संभालने के बाद सांसद बने विवेक बंटी साहू के लोकसभा चुनाव के दौरान शेषराव यादव को निर्वाचन प्रक्रिया के लिए संगठन का कार्यकारी जिला अध्यक्ष घोषित किया गया था। मतगणना होने के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि जिला भाजपा अध्यक्ष के रूप में प्रदेश संगठन किसी निष्पक्ष नेता को संगठन की कमान सौंप सकता है। अमरवाड़ा विधानसभा में उपचुनाव के लिए भाजपा प्रत्याशी राजा कमलेश शाह का पर्चा दाखिल करने मंगलवार को अमरवाड़ा पहुंचे मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीडी शर्मा ने शेषराव यादव के जिला अध्यक्ष बने रहने पर मोहर लगा दी है। अब शेषराव यादव ही जिला भाजपा की कमान सभा लेंगे।

संगठन को एकजुट करना सबसे बड़ी चुनौती

जिला भाजपा संगठन में पिछले पांच सालों में वरिष्ठ भाजपा लगभग अलग-थलग पड़ी रही। संगठन की कमान विवेक बंटी साहू के नेतृत्व में नए नेताओं ने संभाली। इस दौरान केवल लोकसभा चुनाव में भाजपा ने प्रचंड जीत हासिल की। जिसमें कहीं ना कहीं कांग्रेस का बड़ा योगदान रहा है। लोकसभा चुनाव के ठीक पहले दीपक सक्सेना, अमित सक्सेना महापौर विक्रम आहके, अमरवाड़ा के विधायक राजा कमलेश शाह, शहर के कई सभापति और पार्षद भाजपा में शामिल हुए। लोकसभा में भाजपा की जीत का श्रेय भाजपा के नेतृत्व की बजाय कांग्रेस के नेताओं को ज्यादा जाता है। इन हालात में अभी भी जिले में भाजपा का संगठन एकजुट नहीं है। यह स्थिति लोकसभा चुनाव के दौरान प्रदेश और केंद्र के बड़े नेताओं के सामने भी आई। इसके बाद जिला भाजपा की बागडोर शेषराव यादव को सौंपी गई है। शेषराव यादव के लिए अब सबसे बड़ी चुनौती जिला भाजपा संगठन को एकजुट करना है। भाजपा संगठन के वरिष्ठ नेताओं से चले आ रहे विवाद को खत्म करना षेशराव यादव के लिए एक बड़ी चुनौती साबित होगा। पिछले 5 सालों में सत्ता और संगठन पर एकाधिकार रहा है। इसी एकाधिकार के कारण भाजपा में मत भिन्नता और विवाद भी हुए हैं।

संगठन को साधने में सक्षम, सभी नेताओ से घनिष्ठ संबंध

वरिष्ठ भाजपा नेता शेषराव यादव पिछले पांच सालों से लगातार संगठन में सक्रिय रहे। हालांकि इस दौरान वरिष्ठ भाजपा नेताओं का दखल भाजपा संगठन में कम रहा। विधानसभा चुनाव 2023 के बाद तो वरिष्ठ नेताओं को भाजपा की मूल कार्यकारिणी के पदों से ही अलग-थलग कर दिया गया। लेकिन शेषराव यादव के संबंध पहले से ही सभी नेताओं से अच्छे रहे। विधानसभा और लोकसभा चुनाव में उनका अनुभव भी संगठन को मजबूत बनाने में काम आ सकता है। इसके अलावा शेषराव यादव पहले पूर्व कैबिनेट मंत्री चंद्रभान सिंह चौधरी के भी खास रह चुके। जिसके चलते शेषराव यादव की पैठ वरिष्ठ भाजपा नेताओं में भी है। या यूं कहें कि विवेक बंटी साहू के नेतृत्व में संगठन में केवल एक ही भाजपा नेता शेषराव यादव ऐसे थे जिनकी पैठ सभी नेताओं में है। अब उम्मीद है कि आजादी के बाद पहली बार छिंदवाड़ा लोकसभा जीतने के बाद संगठन में मजबूती और एकजुटता देखने को मिलेगी और एकाधिकार खत्म कर वरिष्ठ नेताओं को भी संगठन में महत्व दिया जाएगा।

समाचार विश्लेषण…अविनाश सिंह
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