मुख्यमंत्री ने कहा ऐसे शेर मैने पहले कभी नही देखे
कांग्रेसी गांव शाहपुरा पूरा का पूरा भाजपा में शामिल हुआ
छिंदवाड़ा। एक समय में कांग्रेस के कद्दावर किसान नेता रहे बंटी पटेल ने भाजपा में आने के बाद अपनी ताकत दिखाइ है। सोमवार को उन्होंने मुख्यमंत्री का कार्यक्रम शाहपुरा में रखवाया जहां बंटी पटेल ने लगभग 4000 लोगों को भाजपा में शामिल कर लिया। इस कार्यक्रम में मंच से मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बंटी पटेल को शेर की संज्ञा दी है। उन्होंने कहा है कि मैंने ऐसे शेर पहले कभी नहीं देखे जिन्होंने 4000 लोगों को यहां जमा करके सीधे भाजपा की सदस्यता दिलवा दी और उन्हें भाजपा की ओर नीति और नीति से प्रभावित किया है। ऐसे नेताओं की हमें पहले से आवश्यकता थी। इसके अलावा बंटी पटेल का खुद का गांव शाहपुर जहां लगभग 1100 वोटर है। इस गांव में विधानसभा चुनाव 2023 में वोटिंग नहीं हुई यह छिंदवाड़ा विधानसभा का गांव है और छिंदवाड़ा विधानसभा से चुनाव लड़ने वाले कमलनाथ के लिए यह बात चुनौतियों से भरी रही। क्योंकि शाहपुरा में 1100 में से लगभग 950 वोट सीधे कांग्रेस को जाते थे जिसका कारण बंटी पटेल थे। लेकिन बंटी पटेल को चौरई विधानसभा से टिकट न मिलने के कारण नाराज हुए ग्रामीणों ने वोटिंग ही नहीं की। और अब पूरा गांव बंटी पटेल के साथ भाजपा में शामिल हो गया है।
कमलनाथ से बगावत कर लड़ा विधानसभा चुनाव, 20 हजार वोट लिए
चौरई क्षेत्र के कद्दावर किसान नेता बंटी पटेल कांग्रेस के समर्पित कार्यकर्ता और पदाधिकारी थे। वह पिछले कई सालों से चौरई विधानसभा से टिकट की मांग कर रहे थे। और इस बार उम्मीद थी की कमलनाथ उन्हे कांग्रेस से चौरई विधानसभा का उम्मीदवार बनाएंगे। लेकिन जब चौरई विधानसभा से वर्तमान विधायक सुजीत चौधरी की टिकट फाइनल हो गई तो बंटी पटेल कांग्रेस से अलग हो गए। उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चौरई विधानसभा का चुनाव लड़ा और लगभग 20000 वोट चौरई, चांद और बिछुआ क्षेत्र से ले लिए। हालांकि फिर भी कांग्रेस के प्रत्याशी ने यहां से जीत हासिल की है लेकिन बंटी पटेल ने निर्दलीय चुनाव लड़कर भी अपनी ताकत साबित कर दी थी।
भाजपा में जाने वाले एकमात्र नेता जो मौका परस्त नहीं
कांग्रेस के बंटी पटेल ने विधानसभा चुनाव 2023 के पहले ही कमलनाथ से दूरियां बना ली थी। उन्होंने कमलनाथ को ही अपना आइडल नेता जरूर बताया था। लेकिन निर्दलीय चुनाव लड़कर यह भी साबित कर दिया था कि वह अपने दम पर 20000 वोट लेने की ताकत रखते हैं। कांग्रेस ने बंटी पटेल को निष्कासित कर दिया था यही कारण है कि बंटी पटेल ने विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा का दामन थाम लिया। बंटी पटेल भाजपा का दामन थामने वाले एकमात्र ऐसे नेता है जो मौका परस्त नहीं है। उन्होंने पहले ही कमलनाथ से बगावत कर ली थी और फिर भाजपा ज्वाइन की।
विश्लेषण….अविनाश सिंह
9406725725