कांग्रेस से दे चुके हैं इस्तीफा, छोटे बेटे ने थाम लिया भाजपा का दामन
अब तक कमलनाथ – नकुलनाथ की हर रैली में शामिल रहे हैं दीपक
छिंदवाड़ा। लोकसभा चुनाव के पहले ही शुरू हुए दल बदल के घटनाक्रम में पूर्व कैबिनेट मंत्री दीपक सक्सेना के छोटे बेटे अजय सक्सेना चुनमुन ने भाजपा का दामन थाम लिया। अब वह भाजपा कार्यालय में भगवा गमछा डाले भाषण देते नजर आने लगे हैं। इसी बीच चुनमुन के भाजपा ज्वाइन करने से पहले ही पूर्व कैबिनेट मंत्री और कमलनाथ के सबसे विश्वासपात्र रहे दीपक सक्सेना ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। अब शहर वासियों के दिमाग में एक ही सवाल है की क्या दीपक सक्सेना भाजपा ज्वाइन करेंगे या फिर वह कमलनाथ के विश्वासपात्र बने रहेंगे यह बात आने वाली 26 मार्च को सामने आ जाएगी।
दरअसल कांग्रेस से प्रत्याशी सांसद नकुलनाथ 26 मार्च को अपनी नामांकन रैली निकालेंगे और सभा के साथ कलेक्ट्रेट पहुंच कर नामांकन दाखिल करेंगे। इस दौरान क्या दीपक सक्सेना नकुलनाथ की नामांकन रैली में नकुलनाथ और कमलनाथ के साथ होंगे। यह सवाल अब उठने लगा है क्योंकि कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके दीपक सक्सेना ने अब तक साफ कहा है कि वह कमलनाथ के साथ है और रहेंगे । उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा केवल नैतिकता के आधार पर दिया है क्योंकि उनके छोटे बेटे ने भाजपा ज्वाइन कर लिया है।
हालांकि दीपक सक्सेना के इस बयान में कितनी सच्चाई है कि वह हमेशा कमलनाथ के साथ रहेंगे यह बात महज दो दिन बाद ही सामने आ जाएगी। नकुलनाथ की नामांकन रैली 26 मार्च को आयोजित होगी जिसमें जिले के आला नेता भी आएंगे। इन हालात में दीपक सक्सेना क्या कदम उठाते हैं यह देखने वाली बात है।
अब तक हर कदम पर कमलनाथ के साथ रहे दीपक
छिंदवाड़ा विधानसभा से चार बार विधायक बनने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री दीपक सक्सेना अब तक हर कदम पर कमलनाथ के साथ रहे। लोकसभा चुनाव की बात हो या फिर विधानसभा चुनाव की बात हो कोई भी नामांकन रैली बगैर दीपक सक्सेना के आज तक नाथ परिवार ने नहीं निकली। मुख्यमंत्री बनने के बाद कमलनाथ के लिए सीट छोड़ने वाले भी दीपक सक्सेना ही थे। जिन्होंने खुद के फ्यूचर की परवाह न करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के लिए छिंदवाड़ा सीट छोड़ दी थी। इस बार पहली बार ऐसी स्थिति बन रही है की दीपक सक्सेना के नामांकन रैली में शामिल होने पर संशय बना हुआ है।
जय सक्सेना ने कहा मैं साहब और नकुल भैया के साथ
दीपक सक्सेना और उनके परिवार का दबदबा छिंदवाड़ा जिले में और छिंदवाड़ा जिले की राजनीति में हमेशा से रहा है। लेकिन इस बार यह परिवार बिखरा हुआ नजर आने लगा है। एक तरफ जहां दीपक सक्सेना के छोटे बेटे चुनमुन सक्सेना ने भाजपा का दामन थाम लिया वहीं रोहना सरपंच और दीपक सक्सेना के बड़े बेटे जय सक्सेना ने साफ कहा है कि वह कभी भी कमलनाथ जी और नकुल भैया का साथ नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा है कि वह मरते दम तक इन्हीं नेताओं के साथ रहेंगे और उनका भाजपा में जाने का कोई विचार ना अभी है और ना कभी होगा। हालांकि इन बयानों और चुनमुन के भाजपा में जाने से दीपक सक्सेना की साख को जरूर नुकसान हुआ है।