चंद्रिकापुर में एक बकरी और बैल को मारा, विभाग बेखबर
एक से ज्यादा बाघ होने का अंदेशा, बाघिन व शावकों को भी खतरा
छिंदवाड़ा । एक पखवाड़े से भी ज्यादा समय से ख़मारपानी क्षेत्र में घूम रही बाघिन ने बीती रात फिर से चंद्रिकापुर गांव में दो मवेशियों का शिकार किया। यह बाघिन महाराष्ट्र के पेंच नेशनल पार्क क्षेत्र से एमपी की सीमा में घुसने का अनुमान है । जानकारों का यह भी कहना है कि बाघिन के अलावा और भी बाघ इस क्षेत्र में हो सकते हैं। दरम्यानी रात ही सड़क पर भी एक बाघ देखा गया है। यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि यह बाघ वही बाघिन है या कोई दूसरा बाघ है। 15 दिनों से पेंच नेशनल पार्क से लगे ग्रामों में तीन शावकों के साथ एक बाघिन लगातार खेतों और आसपास के क्षेत्रों में घूम रही है। बाघिन अब तक दर्जन भर शिकार कर चुकी है लेकिन आबादी क्षेत्र होने के कारण बाघिन अपने शिकार को खा नहीं पा रही और शिकार स्थल के आसपास ही घूम रही है। कई बार बाघिन खेतों में भी देखी गई है। बाघिन के क्षेत्र में होने के कारण अब लोगों में दहशत बढ़ रही है।
बाघिन के महाराष्ट्र के पार्क क्षेत्र से एमपी में प्रवेश की आशंका
खमारपानी से 10 किलोमीटर दूर ही पेंच नेशनल पार्क के सीमा लगी हुई है और पेंच नेशनल पार्क एमपी और महाराष्ट्र की सीमा में भी जुड़ा हुआ है। जिस तरफ फिलहाल बाघिन का शावकों के साथ मूवमेंट चल रहा है वह क्षेत्र महाराष्ट्र की सीमा के अंदर के पेंच नेशनल पार्क का है। और घोराड की तरफ से महाराष्ट्र की सीमा पार करके खमारपानी क्षेत्र में बाघिन के आने की संभावना ज्यादा है। हालांकि इस क्षेत्र में महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश दोनों ही राज्यों की सीमा में पेंच नेशनल पार्क का कॉरिडोर जुड़ा हुआ है और वन्य प्राणियों का विचरण दोनों तरफ होता रहता है।
आबादी के आसपास घूमना बाघिन और शावकों के लिए भी खतरा
पेंच नेशनल पार्क की सीमा से लगे आबादी क्षेत्र में बाघिन लगातार शिकार कर रही है और आबादी के आसपास ही घूम रही है। यह बात लोगों के लिए तो खतरा है ही बाघिन और शावकों के लिए भी खतरनाक हो सकती है। कई बार लोग दहशत में बाघिन और शावकों पर हमला कर सकते हैं और शिकारी भी सक्रिय हो सकते हैं। बाघिन की संख्या ज्यादा हुई तो ये भी लोगों के लिए खतरा बना हुआ है।
बाघिन कर रही रोज शिकार विभाग को खबर ही नहीं
खमारपानी क्षेत्र में चल रहे बाघिन के आतंक को लेकर मंगलवार को छिंदवाड़ा के सामान्य वन विभाग के अधिकारी और पेंच नेशनल पार्क के अधिकारियों से चर्चा की गई । लेकिन पिछले 15 दिनों से खुलेआम आबादी क्षेत्र में घूम रही इस बाघिन और उसके शावकों की जानकारी वन विभाग को है ही नहीं । जबकि पिछले 15 दिन में बाघिन लगभग आठ बार मवेशियों पर हमले कर चुकी है और 6 मवेशियों का शिकार कर चुकी है । लेकिन अब तक वन अमला इस मामले में कुछ भी जानकारी होने से इनकार कर रहा है। इस मामले में अधिकारी न ही कुछ कहने को तैयार है और ना ही कुछ बताने को। यहां तक की अधिकारियों का कहना है कि अब तक हमारे पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है। बिछुआ वन परिक्षेत्र में भी अधिकारियों से चर्चा की गई लेकिन उन्होंने भी इस संबंध में कोई भी जानकारी देने से इनकार किया है जबकि अब आमजन के अलावा बाघिन और उसके शावकों को पर भी खतरा मंत्र आने लगा है।
लापरवाही…अविनाश सिंह
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