प्रदूषण हद से ज्यादा, कई बार हो चुकी शिकायत
आसपास के दर्जन भर गांव हो रहे प्रभावित
छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा जिले के चांद क्षेत्र में स्थित सलैया स्टार्च फैक्ट्री में एक मजदूर की मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। इस फैक्ट्री को लेकर कई बार ग्रामीणों ने शिकायत की है। यहां तक कि यहां काम करने वाले मजदूरों की सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े हुए हैं। लेकिन आज तक प्रशासन ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया और ना ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड इस फैक्ट्री को लेकर संजीदा नजर आ रहा है। दरअसल सलैया स्टार्ट फैक्ट्री में एक मजदूर की मौत हुई जिसका कारण अब तक अज्ञात है। मजदूर की मौत हार्ट अटैक से होने की बात कंपनी प्रबंधन और पुलिस बता रही है। जबकि इस फैक्ट्री में मजदूरों की सुरक्षा की अनदेखी लगातार चल रही है । इस स्टार्च फैक्ट्री में कई तरह के केमिकल और जहरीली गैसों का उत्सर्जन होता है । जिसके कारण फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों को विशेष सुरक्षा इंतजाम के साथ फैक्ट्री में काम करने भेजा जाना चाहिए । इस बात की जांच करने वाला कोई नहीं है कि आखिर फैक्ट्री में चल क्या रहा है। फैक्ट्री में एक्सपोर्ट क्वालिटी का स्टार्च तो तैयार हो रहा है। लेकिन यहां आस-पास के गांव और खुद फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूर सुरक्षित नहीं हैं। सुरक्षा इंतजामों को लेकर फैक्ट्री शून्य कैटेगरी में दिखाई दे रही है। दरअसल मंगलवार की रात 7:30 बजेफैक्ट्री में काम करने वाले एक मजदूर की तबीयत अचानक बिगड़ी और उसकी मौत हो गई । यह मजदूर बिछुआ के सोनपुर का रहने वाला हर्षल पिता लीलाधर गोलाईत उम्र 30 साल था । मौत को हार्ट अटैक का नाम जरूर दिया जा रहा है और हो सकता है कि मजदूर की मौत हार्ट अटैक से ही हुई हो। लेकिन सवाल यह है कि केवल 30 साल का युवक जो की फैक्ट्री में काम कर रहा था और पूरी तरह से स्वस्थ था उसकी मौत अचानक कैसे हुई । कहीं यह फैक्ट्री से निकलने वाली जहरीली गैसों के कारण तो नहीं है अब इन सवालों के जवाब ढूंढना जरूरी हो गया है।
दर्जन भर ग्रामों में जहरीली गैस का असर
स्टार्चफैक्ट्री को लेकर कई बार शिकायत हुई है कि इस फैक्ट्री से जहरीली गैसे निकलती है और यह गैस फैक्ट्री से लगी एक छोटी नदी के पानी में भी मिल रही है । जिससे जानवर तक बीमार हो रहे हैं। इस तरह की कई शिकायतें फैक्ट्री को लेकर अब तक की जा चुकी है। दरअसल फैक्ट्री से निकलने वाला धुआं आसपास के कई ग्रामों की छतों पर जमा दिखाई देता है। और इस धुएं में कई केमिकल और जहरीली गैस मौजूद है। जिसके कारण आसपास के दर्जन पर ग्रामों में लोगों की सेहत खराब होने की बातें भी सामने आई हैं। यहां तक की बच्चों पर भी इस बात का बुरा असर पड़ रहा है। इस फैक्ट्री से निकलने वाला बेस्ट वॉटर पास ही बहने वाली एक नदी में भी मिलता है। जिसका पानी आसपास के ग्रामों के जानवर पीते हैं लेकिन कई शिकायतों के बाद भी इस फैक्टरी पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
विधायक की फैक्ट्री है तो क्या सब कुछ चलता है ?
चांद क्षेत्र के सलैया में स्थित यह फैक्ट्री रीवा क्षेत्र के एक विधायक की बताई जा रही है। जिसे उस विधायक का बेटा संचालित करता है। फैक्ट्री में चल रही भर्राशाही और नियमों की अनदेखी किसी से छुपी नहीं है । जिला प्रशासन से लेकर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तक हर कोई इस फैक्ट्री में नियमों की अनदेखी से वाकिफ है । लेकिन क्या विधायक की फैक्ट्री है तो सब कुछ चलता है ? यह सवाल आम ग्रामीणों में उठने लगा है । क्योंकि फैक्ट्री से सबसे बड़ा नुकसान इस क्षेत्र के आसपास के दर्जन पर ग्रामों के ग्रामीणों को हो रहा है। अब ठंड आने पर इस फैक्ट्री से उठने वाला जहरीला धुआं जिसमें जहरीले कण, केमिकल और कई तरह की गैसे शामिल है लोगों की परेशानी का कारण बनेंगे। इस क्षेत्र में खांसी आना आम बात है क्योंकि यह जहरीली गैस ग्रामीण वातावरण में फैली हुई है। ठंड में इसका असर और ज्यादा देखने को मिलेगा क्योंकि हवा भारी होने के कारण धुआं ऊपर जाने की बजाय नीचे के वातावरण में फैलेगा। अब देखना यह है कि जिला प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करने की योजना बनाता है।
Episode – 2= फैक्ट्री में मालिक ने किस पर तानी बंदूक अगले एपिसोड में
अनदेखी…अविनाश सिंह
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