Home राजनीति छिंदवाड़ा में रचा इतिहास, कमलनाथ नही बचा पाए विरासत

छिंदवाड़ा में रचा इतिहास, कमलनाथ नही बचा पाए विरासत

भाजपा के विवेक बंटी साहू 1 लाख से ज्यादा वोटो से आगे

भाजपा के चक्रव्यूह में फंसे कमलनाथ, नकुलनाथ

छिंदवाड़ा। लोकसभा चुनाव 2024 में छिंदवाड़ा में इतिहास रच गया यहां 1980 से लगातार कमलनाथ सांसद रहे और उसके बाद 2019 में उनके बेटे नकुलनाथ सांसद बने । 1997 में एक बार केवल भाजपा यहां से जीती थी और सुंदरलाल पटवा सांसद बने थे। लेकिन उसके अलावा कभी भी 1980 के बाद से कांग्रेस छिंदवाड़ा का चुनाव नहीं हारी। इस बार एक स्थानीय प्रत्याशी विवेक बंटी साहू पर भाजपा ने दांव खेला था और इस बार ऐतिहासिक रूप से विवेक बंटी साहू ने कमलनाथ के गढ़ को ढहा दिया है। एक लाख से ज्यादा वोटो के अंतर वर्तमान में विवेक बंटी साहू और नकुलनाथ के बीच चल रहा है। विवेक बंटी साहू की जीत लगभग तय है और जीत का आंकड़ा भी एक लाख से पर जा सकता है। इस ऐतिहासिक जीत का श्रेय भाजपा 40 साल के अपने संघर्ष को देती नजर आ रही है।

आजादी के बाद केवल एक बार जीती भाजपा

छिंदवाड़ा लोकसभा सीट आजादी के बाद से अभी तक एक बार के अपवाद के अलावा हमेशा कांग्रेस का गढ़ रही है । आजादी के बाद से अभी तक हुए कुल 19 लोकसभा चुनाव में केवल 1997 के लोकसभा चुनाव में यहां पर भाजपा के सुंदरलाल पटवा ने जीत हासिल की थी। इसके अतिरिक्त 18 बार से यहां पर कांग्रेस का ही कब्जा है । और अब भाजपा की ऐतिहासिक जीत हुई है।

16 लाख वोटर्स का बड़ा खेल पलट दी बाजी

छिंदवाड़ा लोकसभा में सात विधानसभा क्षेत्र आते हैं जिसमें कुल 16 लाख 19 हजार 101 वाटर है इस लोकसभा क्षेत्र का 75 प्रतिशत हिस्सा ग्रामीण है केवल 25% वोटर ही शहरी क्षेत्र में रहते हैं जिनमें से 818257 पुरुष एवं आठ लाख 826 महिला वोटर हैं । छिंदवाड़ा जिले में ओबीसी और एसटी मतदाता दोनों ही 36℅_36% है एवं 11फीसदी वोटर अनुसूचित जाति के हैं ।
जिले में कल 1934 पोलिंग बूथ में से 497 बूथ ऐसे हैं जहां पिछले पांच चुनाव में बीजेपी कभी नहीं जीती है वहीं पर 250 बूथ हैं जिन पर भाजपा कभी नहीं हारी । 2019 की लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 47.70 फ़ीसदी वोट मिले थे एवं भाजपा को 45.009 प्रतिशत वोट मिले थे ।

कमलनाथ के खिलाफ दो विधानसभा चुनाव हारे

पिछले दो विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सातों विधानसभा सीट में जीत हासिल की थी । वर्तमान में इस लोकसभा के सातो विधायक कांग्रेस से जीतकर आए थे जिसमें से एक विधायक कमलेश शाह ने भाजपा ज्वाइन कर ली जो की अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की टिकट पर जीते थे । जबकि विवेक बंटी साहू कमलनाथ के खिलाफ 2019 का उपचुनाव और 2023 का चुनाव लड़े और हारे।

कांग्रेसियों का भाजपा में पलायन, पड़ गया भारी

वर्तमान में छिंदवाड़ा में कांग्रेस से बड़ी संख्या में कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं का भाजपा में जाने का सिलसिला चल रहा है कांग्रेस छोड़कर जाने वालों में सबसे प्रमुख नाम पूर्व कैबिनेट मंत्री दीपक सक्सेना छिंदवाड़ा के महापौर विक्रम आहके अमरवाड़ा विधायक कमलेश शाह पूर्व विधायक चौधरी गंभीर सिंह अज्जू ठाकुर आदि हैं इसके अलावा कई पार्षद एवं सभापति तथा जनपद सदस्य भी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए हैं । इसके अलावा कोयलांचल के नेता और पूर्व प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सैयद जाफर ने भी भाजपा का दामन थामा और कई कांग्रेसियों को भाजपा में शामिल करवा दिया।

चुनाव विश्लेषण….अविनाश सिंह
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