गंभीर हालत में सुबह 6 बजे जिला अस्पताल पहुंच गई थी बच्ची
बारात में गए छिंदवाड़ा के युवक ने किया मानवता को शर्मसार
छिंदवाड़ा। हर्रई थाना क्षेत्र के एक गांव में मानवता को शर्मसार करती एक घटना सामने आई है। जिसमें एक डेढ़ साल की मासूम बच्ची के साथ 25 साल के युवक ने दुष्कर्म किया है। उस पर रही सही कसर जिला अस्पताल प्रबंधन ने पूरी कर दी। घटना के बाद जब गंभीर हालत में बच्ची को सुबह 6:00 बजे जिला अस्पताल पहुंचाया गया तो दोपहर 12:00 बजे तक उसका उपचार तक शुरू नहीं किया जा सका था। मिली जानकारी के अनुसार बटका खापा क्षेत्र के गांव में सिंगोड़ी के आसपास के क्षेत्र से बुधवार को बारात गई थी। रात में जब सभी घराती बराती विवाह संस्कार में व्यस्त थे । तभी रात लगभग 3 बजे छिंदवाड़ा निवासी 25 वर्षीय आरोपी ने घर में सो रही डेढ़ साल की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म करने का प्रयास करने लगा। बच्ची के रोने बिलखने पर जब उसकी नानी कमरे में पहुंची तो आरोपी वहां से भाग निकला। बुजुर्ग महिला ने देखा की बच्ची के शरीर से बहुत ज्यादा रक्त बह रहा है और वह बहुत बिलख रही है। यह बात ग्रामीणों को पता चलते ही रिश्तेदारों और ग्रामीणों ने आरोपी को दबोच लिया और पुलिस को इसकी सूचना दी। लेकिन जब तक 100 डायल वहां पहुंचती तब तक परिजन बच्ची को लेकर हर्रई थाने पहुंच गए थे। इस मामले में पुलिस ने आरोपी के खिलाफ प्राथमिक की दर्ज कर ली है। वहीं बच्ची को गंभीर हालत में छिंदवाड़ा रेफर किया गया है।
इलाज के लिए 6 घंटे इंतजार, भटकते रहे परिजन
जिले में मेडिकल कॉलेज खुल गया है और जिला अस्पताल पहले से बेहतर सुविधाओं के साथ सुसज्जित हो गया है। लेकिन इलाज के नाम पर आज भी जिला अस्पताल में वही पुराना ढर्रा चल रहा है। सैकड़ो डॉक्टर होने के बाद भी लोगों को इलाज के लिए घंटो इंतजार करना पड़ता है। एक डेढ़ साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की वारदात के बाद जब बच्ची को सुबह 6:00 बजे जिला अस्पताल पहुंचाया गया तो उसका उपचार 12:00 बजे तक शुरू नहीं हो पाया था। बच्ची के परिजनों ने जिला अस्पताल की लापरवाही को उजागर करते हुए आरोप लगाया है कि सुबह 6:00 बजे वह जिला अस्पताल पहुंच गए थे लेकिन दोपहर 12:00 तक बच्ची का इलाज शुरू नहीं किया जा सका था। हालांकि दोपहर के बाद मासूम का इलाज शुरू हुआ है।जिला अस्पताल में इस तरह की लापरवाही आए दिन उजागर हो रही है।
आरोपी को ग्रामीणों ने दबोचा, पुलिस को सौंपा
वारदात को अंजाम देकर भाग रहे आरोपों को ग्रामीणों ने लगभग 2 किलोमीटर पीछा कर पकड़ा। और उसे गांव में लाकर एक कमरे में बंद कर दिया। इस बात की सूचना के बाद जब पुलिस गांव में पहुंची तो ग्रामीणों ने पुलिस को पूरी जानकारी देते हुए आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया है। हालांकि तब तक बच्ची के परिजन गंभीर हालत में उसे लेकर हर्रई तक पहुंच गए थे जहां थाने में शिकायत के बाद बच्ची का उपचार हर्रई अस्पताल में कराया गया।
न्यूज…अविनाश सिंह
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