संभ्रांत कालोनियों में किराए के मकानों से देह व्यापार
युवा – युवतियों में अय्याशी की आदत लगा रहे माफिया
छिंदवाड़ा। यह मेरे शहर को क्या हुआ….? शांत सौम्य और स्वच्छ वातावरण के लिए जाना जाने वाला छिंदवाड़ा अब सारी हदें पार करता दिखाई देने लगा है। घरों के अंदर चलने वाली अश्लीलता अब सड़कों पर आ गई है। कोतवाली पुलिस ने दिल्ली से आई शराब क्या पकड़ी इस शराब ने कई राज खोल दिए। कई संभ्रांत परिवारों के रईस जादौ की पोल इस शराब कांड ने खोल कर रख दी । जिसमें केवल रईस जादे ही शामिल नहीं है । बल्कि रईस जादिया भी शामिल है। ड्रग्स, गांजा, शराब और शबाब यह सभी कुछ अब छिंदवाड़ा शहर की हवा में फैल गया है। ड्रग्स माफिया युवा और युवतियों की जिंदगियां बर्बाद कर रहा है। तो रुपयो के मद में चूर रईस जादे शहर की कई यूतियों को अपनी बपौती समझ रहे हैं। इस गंदगी की जिम्मेदार युक्तियां और महिलाएं भी है । जिन्हें अब अय्याशी की आदत पड़ चुकी है। दिल्ली के शराब कांड ने शहर की हवा की गंदगी को सामने लाकर रख दिया है। हालांकि पुलिस को ड्रग्स नहीं मिली लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता की छिंदवाड़ा शहर में ड्रग्स का कारोबार नहीं हो रहा है । यह ड्रग्स रईसजादो के महंगे बंगलो, कवर्ड कॉलोनी के कई फ्लैट और सिंगल मकानों के अंदर पूरी अश्लीलता के साथ मौजूद है। शहर में कई लोग इस कांड में शामिल है। यह मामला अब केवल शराब तस्करी और शराब को रईसों के बंगलो तक पहुंचने तक ही सीमित नहीं है। बल्कि कई ऐसे नाम भी है जो शहर के नामचीन लोगों में शामिल है । जिम, ट्रांसपोर्टर, स्कूल डायरेक्टर, फर्नीचर कारोबारी, बिल्डर और ऐसे कई अमीर जादे परिवार इस पूरे कांड में शामिल है। जो छिंदवाड़ा शहर के अंदर अय्याशी की सारी हदें पार कर चुके उनके हैं। अपने-अपने ग्रुप है जो शहर में चर्चित भी है । बड़ी बात यह है कि कौन किसके घर पड़ा रहता है। यह बातें भी अब सामने आ गई हैं। कहां किसके चक्कर है । कौन किसके घर की दीवार फांद रहा है । यह सब इस शराब कांड के बाद उजागर हो रहा है और धीरे-धीरे इन सभी से भी पर्दा उठाया जाएगा।
ये क्लिप्स अलग अलग वीडियो से ली गई हैं…
संभ्रांत कालोनियों से देह व्यापार, किराए से रहती हैं युवतियां
शहर में अय्याशी का दूसरा सबसे बड़ा साधन देह व्यापार है। और अब छिंदवाड़ा भी देह व्यापार से अछूता नहीं है। बड़ी बात यह है कि देह व्यापार करने वाली महिलाएं और युवतियां जुग्गी झोपड़ी या गरीबों की बस्ती में नहीं रहती। यह युवतियां और महिलाएं शहर के संभ्रांत कॉलोनी और कवर्ड कॉलोनी में किराए के मकान लेकर रहती है। वहीं से अपना कारोबार चलती हैं। यह जिस कॉलोनी में रहती है वहां तो किसी को कुछ पता नहीं चलता। लेकिन यह महिलाएं और युवतियां अपने कांटेक्ट बनाकर उनके साथ बाहर आना-जाना आसानी से कर सकती है । इस काम में भी रईस जादे शामिल जो इन महिला और युवतियों को इतना पैसा देते हैं कि वह महंगी कॉलोनी में किराए के महंगे मकान लेकर रह सके । और अपना धंधा चल सके । पुलिस ने एक अभियान पिछले दिनों चलाया जिसे थर्ड आई नाम दिया गया । इस अभियान में हर किसी से अपने घरों और प्रतिष्ठानों के आसपास सीसीटीवी कैमरे लगाने की बात कही गई। लेकिन कॉलोनी में लोगों को सेकंड आई की भी आवश्यकता है । ताकि उन्हें यह पता चल सके कि उनके आसपास रहने वाले क्या कर रहे हैं। किराए से मकान देने वालों को किराएदारों का प्रॉपर वेरीफिकेशन और उसकी गतिविधियों पर नजर रखना जरूरी है। तभी आप और आपका परिवार शहर में फैली गंदगी से सुरक्षित रह सकता है।
घर में घरवाली…बाहर एक परमानेंट बाहरवाली
घर में घरवाली बाहर एक परमानेंट बाहर वाली… का चलन भी बहुत जमकर छिंदवाड़ा शहर में फैला है । जैसे-जैसे छिंदवाड़ा शहर में महंगी कॉलोनी का विस्तार हुआ रईसों को अपनी बाहरवाली के लिए ठिकाना मिल गया । शहर की लगभग हर बड़ी कवर्ड कॉलोनी कॉलोनी में शहर के रईसों की बहरवलियों के फ्लैट और मकान जहां हैं जो रईसों ने उन्हें खरीद कर दिए हैं। यहां रईस जादे जाकर अय्याशियां करते हैं । हर कॉलोनी में ऐसे 8-10 फ्लैट या मकान है। जिनमें बाहरवाली रह रही है। बाकायदा उन्हें पूरी सुविधा मुहैया कराई जाती है और उनके पूरे खर्चे उठाए जाते हैं। दरअसल यह बाहरवाली रईसों की अय्याशियों का साधन है। जो बाहरवाली के घर पर होता है। यहां रईसों को शराब , शबाब और कबाब तीनों मिल जाते हैं । आने वाले दिनों में यह भी खुलासा किया जाएगा की किस रईस की बहारवाली कौन सी कॉलोनी में रह रही है। शहर में ऐसे भी दर्जनों नाम हैं जिनकी परमानेंट बाहरवाली मौजूद है।
बिगड़ता शहर…अविनाश सिंह
9406725725
नोट – शहर के रईसों की अय्याशियों के वीडियो दिव्य भारत समाचार के पास सुरक्षित हैं। जिनमें कुछ वीडियो विदेश के भी हैं।