दो थानों में हैरासमेंट की एफआईआर के बाद कार्रवाई
महिला डॉक्टर और नर्स ने लगाए गंबीर आरोप
छिंदवाड़ा। परासिया सिविल अस्पताल के मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रमोद वाचक को विभागीय जांच के बाद दोषी पाए जाने पर परासिया से हटाकर सीएमएचओ कार्यालय छिंदवाड़ा अटैच कर दिया गया है । डॉक्टर प्रमोद वाचक की कई शिकायतें अब तक सामने आ चुकी है। और विवाद बढ़ने के बाद सीएमएचओ कार्यालय ने एक जांच टीम गठित कर मामले की जांच की। डॉ प्रमोद वाचक मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी परासिया के खिलाफ 15 दिनों के अंदर परासिया थाना और कोतवाली थाने में हरासमेंट की दो शिकायतें दर्ज की गई । एक शिकायत प्रशिक्षु महिला डॉक्टर के द्वारा परासिया में की गई। और दूसरी शिकायत एक नर्स ने कोतवाली थाने में दर्ज कराई। इन दोनों शिकायतों के बाद भी स्वास्थ्य विभाग ने विवादित डॉक्टर प्रमोद वाचन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की थी। बल्कि एक जांच का आदेश दिया गया। मामले की जब जांच की गई तो प्रमोद वाचक को जांच में दोषी पाया गया है। इस जांच के बाद सीएमएचओ डॉक्टर एन के शास्त्री ने मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी परासिया डॉक्टर प्रमोद वाचक को तत्काल प्रभाव से परासिया से हटाकर छिंदवाड़ा सीएमएचओ कार्यालय अटैच कर दिया है। यह करवाई मंगलवार को की गई है।
डॉक्टर शशि अतुलकर होंगे प्रभारी खंड चिकित्सा अधिकारी
सीएमएचओ डॉक्टर क शास्त्री ने मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रमोद वाचक को हटाने का आदेश देने के साथ ही परासिया सिविल अस्पताल के प्रभारी खंड चिकित्सा अधिकारी के रूप में डॉक्टर शशी अतुलकर को पदस्थ किया है। फिलहाल शशि अतुलकर को खंड चिकित्सालय का प्रभार दिया गया है। आपको बता दें कि विवादित डॉक्टर प्रमोद वाचक के खिलाफ पहले भी इस तरह की शिकायतें सामने आ चुकी है। लेकिन हाई कोर्ट से स्टेलाकर डॉक्टर प्रमोद वाचक वापस परासिया में पदस्थ हो गए थे। इस बार डॉक्टर प्रमोद वाचक ने खुद ही सीएमएचओ से मांग की थी कि उन्हें परासिया से हटा दिया जाए। विभाग की जांच और डॉक्टर प्रमोद वाचक के अनुरोध के बाद सीएमएचओ ने उन्हें परासिया से हटाकर सीएमएचओ कार्यालय में पदस्थ कर दिया है।
न्यूज अपडेट…अविनाश सिंह 9406725725