Home अपना शहर भगवा हुए जुगनू के दिल मे अब भी नाथ रोशन !

भगवा हुए जुगनू के दिल मे अब भी नाथ रोशन !

हाल से नहीं हटाई फोटो, सामने खड़े होकर करा रहे जॉइनिंग

रोहना दरबार से शुरू हुई भाजपा की सियासत

भाजपा का विरोधी खेमा भी मिलने रोहना पहुंचा

छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा में सियासत का खेल अब समझ से बाहर हो गया है। भाजपा का दामन थामने के बाद भी दीपक सक्सेना के मन में अभी भी कमलनाथ ही बसते हैं। दीपक सक्सेना अपने घर में लोगों की भाजपा में जॉइनिंग करा रहे हैं। लेकिन उन्होंने अब तक अपनी बैठक से राजीव गांधी और कमलनाथ का फोटो नहीं हटाया है। इस फोटो के सामने खड़े होकर दीपक सक्सेना युवाओं को भगवा गमछा पहना रहे हैं। इतना ही नहीं इस फोटो के सामने भाजपाई दीपक सक्सेना फोटो सेशन भी करवा रहे हैं। अब यह बात समझ से परे हैं कि दीपक सक्सेना भाजपा के प्रचार में लगे हैं या कमलनाथ के सपोर्ट में ?
दरअसल यह बात उस समय सामने आई जब आज कुछ व्हाट्सएप ग्रुपों में इमलीखेड़ा और चंदनगांव क्षेत्र के युवाओं ने एक फोटो अपलोड की। इस फोटो में दिखाया गया है की युवाओं ने दीपक सक्सेना के समक्ष भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है। फोटो में साफ दिख रहा है कि दीपक सक्सेना इन युवाओं को गमछा पहनाए खड़े हैं। लेकिन इस फोटो में दीपक सक्सेना के ठीक पीछे एक और फोटो लगा है जिसमें कमलनाथ दीपक सक्सेना और राजीव गांधी एक साथ दिखाई दे रहे हैं। कहीं यह भारतीय जनता कांग्रेस पार्टी की तरफ इशारा तो नहीं है। खैर फोटो देखकर यही लगता है कि “”भगवा हुए जुगनू के दिल में अब भी नाथ रोशन हैं””

भाजपा कार्यालय की जगह रोहना से मिल रही भाजपा की सदस्यता

जैसी की आशंका थी कि दीपक सक्सेना के भाजपा में जाते ही जिला भाजपा की सियासत रोहना दरबार से शुरू हो जाएगी । और यही होता दिखाई दे रहा है दीपक सक्सेना के भाजपा में जाने से पहले जिला भाजपा कार्यालय में लोग भाजपा ज्वाइन करने जाते थे । जो भी बीजेपी ज्वाइन करने आता था उसे जिला भाजपा कार्यालय ही बुलाया जाता था। लेकिन अब सियासत रोहना दरबार से चलनी शुरू हो गई है। लोग भाजपा का दामन थामने के लिए भाजपा कार्यालय नहीं बल्कि रोहना दरबार पहुंच रहे हैं। जहां दीपक सक्सेना भाजपा की पूरी कमान संभाले हुए युवाओं को भाजपा की सदस्यता दिला रहे हैं।

भाजपा का विरोधी खेमा भी कर आया रोहना में नाश्ता

एक तरफ भाजपा तीन खेलों में बंट गई है । उस पर अब कांग्रेस से भाजपा में जाने वाले नेता भारी पड़ने लगे हैं। खुद दीपक सक्सेना इसका एक बड़ा उदाहरण हैं जहां अलग-अलग खैमो में बंटी भाजपा का रुख अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है। वहीं भाजपा का एक विरोधी खेमा भी दीपक सक्सेना के दरबार में जाकर नाश्ता कर आया है। यह वह खेमा है जो अब तक सबसे ज्यादा विरोध में रहा है और शहर के एक बड़े नेता इसके मुखिया है। लेकिन इस खैमे के ज्यादातर सदस्य रोहना दरबार में माथा टेक कर आ गए हैं। अब देखना यह है की क्या दीपक सक्सेना विरोधी खेमे को भी साध पाते हैं ?

व्यंग…..अविनाश सिंह
9406725725