क्या अभी भी फंसा है लोकसभा सीट का पेंच
चौंका सकती है छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर भाजपा
अविनाश सिंह।
कांग्रेस ने छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर एक बार फिर नकुलनाथ को प्रत्याशी बनाया है। मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में केवल एक सीट कांग्रेस के पाले में 2019 के चुनाव में गई थी। 28 सीटों पर भाजपा के सांसद चुने गए केवल एक सीट छिंदवाड़ा लोकसभा में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ सांसद चुने गए । कई कयास उस समय भी लगाए गए जब कमलनाथ खुद मुख्यमंत्री थे और केवल एक सीट कांग्रेस जीत पाई थी। इस सीट को जीतने की खुशी जितनी कांग्रेस में दिखाई नहीं दी थी उससे ज्यादा भाजपा में इस सीट को गंवाने का दुख झलक था। नकुलनाथ पिछला चुनाव लगभग 38 हजार वोटो से जीते थे जबकि उनके पिता कमलनाथ खुद उस समय मुख्यमंत्री थे और भाजपा ने पूर्व विधायक रहे नाथन शाह कावरेती को प्रत्याशी बनाया था।
कमलनाथ और नकुलनाथ के भाजपा में जाने की अटकलें अभी पूरी तरह समाप्त भी नहीं हो पाई है। और कांग्रेस ने फिर से नकुलनाथ को प्रत्याशी बना दिया है लेकिन अब सवाल यह उठता है कि क्या लोकसभा सीट का पेंच अब भी फंसा हुआ है या बीजेपी इस सीट को जीतने के लिए कोई बड़ा गांव खेलने की तैयारी में है। जिस तरह से लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की दूसरी सूची में 10 प्रत्याशियों के नाम घोषित किए गए उनमें नकुलनाथ भी शामिल है पीसीसी चीफ जीतू पटवारी पहले ही नकुलनाथ को छिंदवाड़ा सीट से अपना आइडल प्रत्याशी घोषित कर चुके थे। क्योंकि वह अकेले ही मध्य प्रदेश के कांग्रेस खेमे से इकलौते सांसद हैं। हालांकि यह सीट घोषित होने के बाद कमलनाथ और नकुलनाथ दोनों ही की तरफ से कोई बड़ा बयान सामने नहीं आया इसलिए संभावनाएं कुछ भी हो सकती है। अब भी संभावना बनती है कि कहीं कांग्रेस की सीट का पेज फंसा हुआ तो नहीं है या भाजपा के लिए अब यह चुनौती होगी कि छिंदवाड़ा सीट से किस प्रत्याशी बनाएं। कयास यह भी लगाया जा रहे हैं कि भाजपा इस बार छिंदवाड़ा से लोकसभा प्रत्याशी को लेकर चौंका सकती है क्योंकि जिस तरह से अब तक भाजपा ने छिंदवाड़ा लोकसभा को लेकर तैयारी की है केंद्रीय और राज्य के कैबिनेट व राज्य मंत्री लगातार छिंदवाड़ा के दौरे कर रहे हैं इस स्थिति में छिंदवाड़ा के प्रत्याशी को लेकर संभावना कुछ भी बन सकती है।