Home अपना शहर सरकार कमलनाथ की, नगर निगम भाजपा की, खेल कमिश्नर का !

सरकार कमलनाथ की, नगर निगम भाजपा की, खेल कमिश्नर का !

2017 में निरस्त की जमीन, 2019 में कौड़ियों के दाम बेची

राजनीति का बड़ा खेल, कर गई करोड़ो के वारे न्यारे

करोड़ो की जमीन कोडियों के दाम –
Episode – 3

छिंदवाड़ा। करोड़ों की जमीन कौड़ियों के दाम बेचने के मामले में आज हम आपको तीसरा एपिसोड सुनाने जा रहे हैं। यह मामला है मेडिकल कॉलेज, मांधाता कॉलोनी के पास स्थित खजरी रोड पर करोड़ों रुपए की जमीन का। यह जमीन देव होटल के थोड़ा सा आगे है और 12600 स्क्वायर फीट है। जो 1997- 98 में वीरेंद्र सतीजा को एक अस्थाई अनुबंध पर प्लांटेशन के लिए दी गई थी। लेकिन इस जमीन के कई राजनीतिक रंग भी देखने को मिले भाजपा की सरकार में जहां इस जमीन की 2017 में लीज निरस्त कर दी गई थी। वहीं कमलनाथ सरकार बनने के चंद महीने बाद ही कमिश्नर ने इस जमीन को कौड़ियों के दाम बेच दिया। इस तीसरे एपिसोड में हम करोड़ों की जमीन को केवल 28 लाख रुपए में बेचने की पूरी कहानी राजनीतिक रंग के साथ बता रहे। कैसे 2017 में जमीन की लीज निरस्त की गई। मामला कोर्ट में गया और फिर 2019 में कैसे नगर निगम ने इस जमीन को रसूखदार वीरेंद्र सतीजा को केवल 28 लख रुपए में बेच दिया। जबकि इस जमीन की कीमत आज करोड़ों में है 12600 स्क्वायर फीट इस जमीन पर एक सरकारी नाला भी मौजूद है जिसके अपने नियम हैं। बड़ी बात यह है कि शहर से नालों को खत्म नहीं किया गया है। बल्कि सीवरेज के पाइप इन्हीं पुराने नालों में खोले गए हैं ताकि शहर का पानी इन नालों से होते हुए शहर के बाहर तक निकल सके ।


बहुत सारी प्रमुख जानकारियां इस खबर के साथ लिंक वीडियो में सुने…

कांग्रेस के रसूखदार अब भाजपा में

शहर की बेस कीमती जमीन जो की नजूल की जमीन है। और नगर निगम को किसी मकसद से दी गई थी। इस जमीन के मामले में जब हम ने पड़ताल शुरू की तो कई राजनीतिक रंग भी देखने को मिले। सालों तक चलने वाले प्रकरण में जब इस जमीन की लीज निरस्त की गई तब नगर निगम के कमिश्नर इच्छित गढ़पाले थे और सरकार थी भाजपा की। नगर निगम थी भाजपा की। लेकिन सिर्फ 2 साल बाद जब इसी जमीन को वीरेंद्र सतीजा को कौड़ियों के दाम बेचा गया। तब भी कमिश्नर इच्छित गढ़पाले थे लेकिन सरकार थी कमलनाथ की और नगर निगम थी भाजपा की । राजनीतिक रंग यह है कि जिस समय लीज निरस्त की गई उसे समय भाजपा की सरकार थी। लेकिन जिस समय जमीन को कौड़ियों के दाम बेचा गया उस समय कमलनाथ सरकार यानी कांग्रेस की सरकार थी। और वीरेंद्र सतीजा कांग्रेस और कमलनाथ के बड़े करीबी माने जाते रहे। इसी दौरान उन्होंने इस करोड़ों की जमीन पर अपना अधिकार कर लिया। इससे भी खास बात यह है कि लोकसभा 2024 चुनाव के पहले जब कांग्रेसियों के भाजपा में जाने की बाढ़ आई हुई थी उसी समय वर्षों तक कमलनाथ और कांग्रेस के करीबी माने जाने वाले वीरेंद्र सतीजा ने मुख्यमंत्री के सामने भाजपा भी ज्वाइन कर ली। इस एक जमीन के मामले में कई राजनीतिक रंग पड़ताल के दौरान सामने आए।

Episode 1 – 21/05/2024

Episode – 2 18/07/2024

अपना शहर…अविनाश सिंह
9406725725
Episode – 3…. जारी