Home अपना शहर निगम अध्यक्ष के दावेदार और वार्ड के हाल बेहाल !

निगम अध्यक्ष के दावेदार और वार्ड के हाल बेहाल !

वार्ड नंबर 38 भरत नगर में कीचड़ से सनी सड़के, गड्ढों में भरा पानी

दोनों निगम चुनाव में भरत नगर चर्चाओं में रहा, नहीं सुधरे हालात

छिंदवाड़ा। नगर निगम छिंदवाड़ा का कार्यकाल लगभग 2 साल पूरा हो चुका है। और अब नगर निगम के अध्यक्ष का 2 साल का कार्यकाल भी 8 अगस्त को पूरा होने वाला है। इसके बाद नगर निगम में भाजपा नेताओं के बीच इस बात की होड़ मचेगी की आखिर निगम का अध्यक्ष कौन बनेगा। भाजपा खेमे के सभी पार्षद इस बात के लिए जोर आजमाइश करेंगे कि वह निगम के अध्यक्ष बन जाए । इस कड़ी में एक बड़ा नाम और शामिल है जो सांसद विवेक बंटी साहू के करीबी भी है और पिछले 10 सालों से भाजपा की सधी हुई राजनीति कर रहे हैं। यह नाम है जागेंद्र अलडक उर्फ पिंटू मासब। वार्ड नंबर 38 से पार्षद और जब से छिंदवाड़ा नगर निगम बना है तब से लेकर लगातार दोनों चुनाव में पिंटू मासब ने जीत दर्ज की है। लेकिन आज हम यहां बात नगर निगम में अध्यक्ष पद की नहीं कर रहे हैं। हम बात कर रहे हैं नगर निगम के अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार पिंटू मासब के वार्ड की। जहां के हाल इन दिनों इतने खराब है कि लोग कीचड़ में सने हुए अपने घर पहुंचते हैं। सड़क पर पैदल चलना मुश्किल है तो वही बच्चों और महिलाओं ने तो इस वार्ड में दो पहिया वाहन चलाना भी बंद कर दिया है। क्योंकि सड़क पर इतने गड्ढे और कीचड़ है की कब कहां फिसल जाए और चलने वाला घायल होकर घर पहुंचे । हम बात कर रहे हैं वार्ड नंबर 38 के भरत नगर की चंदन गांव में घुसते ही यह वार्ड शुरू हो जाता है। लेकिन पिछले 10 सालों से इस कॉलोनी में रहने वाले नगर निगम और पार्षद से केवल एक ही मांग कर रहे हैं कि कृपया उनके वार्ड में सड़क बना दी जाए। आज तक ना ही पार्षद ने उनकी सुनी और ना ही नगर निगम के अधिकारी और पदाधिकारी ने । वार्ड नंबर 38 भरत नगर का नजारा हम आपको इस पोस्ट के साथ डाले हुए वीडियो में दिखाएंगे की किस तरह से भरत नगर की सड़कों पर चलना दूभर हो गया है। लगातार बारिश उस पर सड़क में कीचड़ फिसलन और गड्डे । यह नजारा केवल इस बारिश में देखने को नहीं मिल रहा है। पिछले 10 साल से हर बारिश में भरत नगर के यही हाल है । और यहां के पार्षद आज नगर निगम के अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार है।

हर चुनाव में लगाया “सड़क नहीं तो वोट नहीं का बोर्ड”

शहर का वार्ड नंबर 38 में मौजूद भरत नगर एक ऐसी कॉलोनी है जहां नगर निगम के दोनों चुनाव में वार्ड वासियों ने अपने वार्ड में सड़क नहीं तो वोट नहीं का बोर्ड लगाया। हर बार नेताओं ने वार्ड में पहुंचकर बड़े-बड़े वादे किए। यहां तक की वोट लेने की राजनीति करने के लिए सड़क चुनाव के तुरंत बाद बनाने का वादा भी किया गया लेकिन पूरे वार्ड के हाल बेहाल हैं ।वार्ड में कुछ जगह सड़क बनाई गई तो कहीं आधी सड़क बनाकर छोड़ दी गई। इस वार्ड में रहने वाले सैकड़ो परिवार लगातार सड़क के लिए परेशान हो रहे हैं। लेकिन भाजपा में अच्छी पैठ रखने वाले पार्षद जो की अब अध्यक्ष पद के दावेदार भी बन गए हैं । उनका ध्यान इस वार्ड की तरफ है ही नहीं। आज तक पिछले 10 साल में भरत नगर वालों की यह मांग पार्षद पिंटू मासब पूरी नहीं कर पाए। यहां तक की बारिश लगने के पहले इस वार्ड की सड़कों पर बजरी और मुरम डलवाकर लोगों को थोड़ी राहत देने का काम भी नहीं किया जा रहा। जबकि इस वार्ड में रहने वाले लगभग हर दिन पार्षद को फोन करते हैं कि कृपया हमारी समस्या का समाधान करें और हर बार उन्हें आश्वासन ही मिलता है।

शहर के कुछ पार्षद ऐसे भी जिनका काम बोलता है –

विजय पांडे -:
शहर में कुछ पार्षद ऐसे भी ऐसे भी है जिनका काम ही उनकी पहचान बन गया है। ऐसे पार्षदों में पहला नाम है विजय पांडे उर्फ विजू भैया का। विजय पांडे आज नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष है और नगर पालिका और नगर निगम में लगातार पार्षद है। इसका कारण यह है कि विजय पांडे जिस भी वार्ड में पार्षद चुने जाते हैं। उस वार्ड में लोगों की समस्याओं के साथ-साथ वार्ड की हर समस्या पर ध्यान देकर उसका निराकरण करने में देर नहीं करते। यही कारण है कि विजय पांडे जहां से भी खड़े हो जाए उन्हें आज शहर में हराना मुश्किल है। और इसका सिर्फ एकमात्र कारण यह है कि उनका काम वार्ड में दिखता है।

संतोष राय :-
ऐसे पार्षदों में दूसरा नाम है संतोष राय का संतोष राय वर्तमान में पार्षद नहीं है । उनकी पत्नी पार्षद हैं स्वभाव से क्रांतिकारी माने जाने वाले संतोष राय भी अपने वार्ड में काम करने के लिए विख्यात है । चाहे उन्हें किसी भी वार्ड से चुनाव लड़ाया जाए लोग जानते हैं कि संतोष राय अपने वार्ड में भली भांति लोगों की समस्याओं का निराकरण करते हैं। इसके साथ ही वार्ड का विकास करने में वह कभी भी पीछे नहीं रहते । शहर में नगर निगम बनने से पहले ही संतोष राय जिस वार्ड से पार्षद बने उस वार्ड मैं सड़कें नालियां यहां तक की फुटपाथ तक में पेवर टाइल्स लगा दिए गए। यही कारण है कि संतोष राय का नाम भी ऐसे पार्षदों में शुमार है जो अपने वार्ड में काम करने के लिए विख्यात है।

अभिलाष गोहर :-
शहरी नेताओं में एक और नाम ऐसा है जिसका वार्ड ज्यादातर स्लम एरिया में आता है। लेकिन अगर बात की जाए कि सरकारी योजनाओं का लाभ गरीबों को कैसे मिले और वार्ड में सुविधा कैसे बने तो यह काम करते हैं अभिलाष गौहर। वर्तमान में वह पार्षद नहीं है उनकी पत्नी पार्षद हैं। लेकिन जहां बात काम करने की आती है तो अभिलाष गौहर एक ऐसे पार्षद और नेता रहे हैं। जिन्होंने अपने वार्ड में स्लम एरिया में रहने वालों को सबसे ज्यादा सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाया है और वार्ड का विकास करने में भी आगे रहे हैं। उनका नाम भी काम करने वाले शहरी नेताओं के रूप में जाना जाता है।

शिव मालवी :-
शहरी नेताओं में शिव मालवीय भी एक ऐसा नाम है जिनको लोग उनके काम से पहचानते हैं । शिव मालवी भी ज्यादातर स्लम एरिया वाले वार्ड से चुनाव लड़ते आए हैं। लेकिन आज कोई शहर के सुकलुढाना के आगे बनी जनता कॉलोनी में जाकर देखें तो उसे पता चलेगा कि आज से 10 साल पहले जब नगर निगम बना और शहर में सड़कों का प्लान आया तो जनता कॉलोनी की हर गली में सड़क 20 फीट की सीसी रोड बनवाई गई। और यह काम करवाया शिव मालवी ने। अपने वार्ड में लोगों की समस्याएं और जन सुविधा दोनों पर ही शिव मालवी भी काम करते हैं।

शहर भ्रमण जारी…अविनाश सिंह
9406725725